Friday, August 7, 2009

उड़नतस्तरी

सबने देखी उड़नतस्तरी
कुछ बोले, इसमें नर है,
कुछ ने कहा, नहीं स्त्री।
सबने देखी उड़नतस्तरी
(यह कविता पूरी देखें -
http://sudhirraghav.blogspot.com/

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